The 5-Second Trick For Shodashi

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Celebrations like Lalita Jayanti underscore her importance, the place rituals and choices are created in her honor. These observances really are a testomony to her enduring attract as well as the profound influence she has on her devotees' life.

रागद्वेषादिहन्त्रीं रविशशिनयनां राज्यदानप्रवीणाम् ।

देयान्मे शुभवस्त्रा करचलवलया वल्लकीं वादयन्ती ॥१॥

She's commemorated by all gods, goddesses, and saints. In certain locations, she's depicted carrying a tiger’s pores and skin, by using a serpent wrapped all-around her neck as well as a trident in one of her palms when one other holds a drum.

केवल आप ही वह महाज्ञानी हैं जो इस सम्बन्ध में मुझे पूर्ण ज्ञान दे सकते है।’ षोडशी महाविद्या

ह्रीं श्रीं क्लीं त्रिपुरामदने सर्वशुभं साधय स्वाहा॥

Devotees of Tripura Sundari interact in numerous rituals and techniques to precise their devotion and search for her blessings.

She may be the possessor of all excellent and fantastic issues, such as Actual physical items, for she teaches us to have devoid of staying possessed. It is claimed that stunning jewels lie at her toes which fell from your crowns of Brahma and Vishnu if they bow in reverence to her.

भगवान् शिव ने कहा — ‘कार्तिकेय। तुमने एक अत्यन्त रहस्य का प्रश्न पूछा है और मैं प्रेम वश तुम्हें यह अवश्य ही बताऊंगा। जो सत् रज एवं तम, भूत-प्रेत, मनुष्य, प्राणी हैं, वे सब इस प्रकृति से उत्पन्न हुए हैं। वही पराशक्ति “महात्रिपुर सुन्दरी” है, वही सारे चराचर संसार को उत्पन्न करती है, पालती है और नाश करती है, वही शक्ति इच्छा ज्ञान, क्रिया शक्ति और ब्रह्मा, विष्णु, शिव रूप वाली है, वही त्रिशक्ति के रूप में सृष्टि, स्थिति और विनाशिनी है, ब्रह्मा रूप में वह इस चराचर जगत की सृष्टि करती click here है।

॥ अथ श्री त्रिपुरसुन्दरीवेदसारस्तवः ॥

देव्यास्त्वखण्डरूपायाः स्तवनं तव तद्यतः ॥१३॥

केयं कस्मात्क्व केनेति सरूपारूपभावनाम् ॥९॥

तिथि — किसी भी मास की अष्टमी, पूर्णिमा और नवमी का दिवस भी इसके लिए श्रेष्ठ कहा गया है जो व्यक्ति इन दिनों में भी इस साधना को सम्पन्न नहीं कर सके, वह व्यक्ति किसी भी शुक्रवार को यह साधना सम्पन्न कर सकते है।

It is generally identified that wisdom and wealth tend not to stay together. But Sadhana of Tripur Sundari gives each in addition to eliminates ailment and other ailments. He by no means goes under poverty and gets fearless (Shodashi Mahavidya). He enjoys each of the worldly contentment and will get salvation.

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